राग मालकौंस - राग वर्णन
तब मालकौन्स गुणी चतुर गाय -२
जब ग म ध नि को कोमल बनाए
जब ग म ध नि को बिक़रत बनाए
रब मालकौंस गुणी चतुर गाय||ध्रू||
मेल करत भैरव मध्यम सुर
औन्श समय नित त्रितिय करे प्रहर
री प वर्जित ओढ़व बनाए ||१||
तब मालकौन्स गुणी चतुर गाय -२
जब ग म ध नि को कोमल बनाए
जब ग म ध नि को बिक़रत बनाए
रब मालकौंस गुणी चतुर गाय||ध्रू||
मेल करत भैरव मध्यम सुर
औन्श समय नित त्रितिय करे प्रहर
री प वर्जित ओढ़व बनाए ||१||
Another cheez taught to my mom when she was a kid. I learnt just listening to her sing it.
Meaning -
A talented artist can sing Malkauns when he / she can make the swaras G, M Dha Ni Komal.
it is a raag to be sung at the third prahar and it is a odhav type of raag with R and P missing.
very nice..post
ReplyDeletewww.shayarihishayari.com
Thanks for the post.. Helped me alot
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